Friday, November 10, 2023

जयसवाल का इतिहास | Jaiswal Caste in Hindi


भारत में बहुत से जातियां के लोग रहते हैं उनमें से एक जाति है "जायसवाल" आज हम Jaswal Caste in Hindi के बारे में विस्तार से जाने वाले हैं चलिए जानते हैं जयसवाल कौन होते हैं? जसवाल कौन सी कैटेगरी में आते हैं और जैसवाल जाति के महान लोग कौन हैं। 

Jaiswal Caste in Hindi

जयसवाल  (Jaiswal) एक उपनाम (Supername) है जो कलवार जैन और राजपूत सहित कई हिंदू में समुदाय द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन यहां हम जायसवाल बनिया जाति के बारे में बात कर रहे हैं। जायसवाल बनिया एक हिंदू समुदाय है जो पूरे भारत में पाया जाता है जायसवाल कलवार जाति से संबंधित है। जो की पिछड़ी जाति से संबंधित व्यापक 'बनिया' समुदाय का एक युग समूह है। इसीलिए उत्तर भारत में जायसवाल को कलवार के रूप में भी जाना जाता है। परंपरागत रूप से इस समुदाय के लोग यह शराब के आश्वासन और बिक्री में शामिल थे वर्तमान में जायसवाल मुख्य रूप से एक व्यापारी है और विभिन्न वस्तुओं का कारोबार करते हैं. 



Jaiswal Caste Meaning In Hindi

जयसवाल जाति हिंदी समुदाय में शामिल किए जाने वाला एक उपनाम है जिसकी बहुत सारी शाखाएं हैं। 



जयसवाल गोत्र का इतिहास

लाडोसराय के विधान और वृद्धि सात लोगों से पूछताछ किया गया तो यह सारी जानकारियां प्राप्त हुई है लाडोसराय जाटों के गोत्र जयसवाल है। भारत के प्राचीन काल के समय में यह जाति प्रथम चलती आ रही है। जिसमें आजकल की जातियां उप जातियां बन चुकी है।


जैसवाल जाति को कटोच जनजाति की शाखा कहा गया है जो ट्रिगड राज्य के बड़े शासक है। जैसवाल जाति का नाम जसवंत दूं से आता है जिसके मूल सीट पर कुवे, फव्वारे आदि अवशेष है। 


1596 के समय में जसू वालों की सेवा को जमीदार के रूप में किया गया और शाही अधिकारियों को तंग किया गया। 


Jaiswal Gotra के लोग कहां रहते हैं?

जयसवाल गोत्र के लोग उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक लोग निवास करते हैं जैसवाल जाति के लोग पंजाब जाटों सिख और मुस्लिम जात में पाए जाते हैं। 


जायसवाल बनिया किस Category आते हैं? 

भारत सरकार के सकारात्मक भेदभाव की प्रणाली आरक्षण के अंतर्गत साल 2003 में जायसवाल कलवार को दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसी कुछ राज्य सरकारों द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के रूप में वर्गीकृत और सूची वृद्धि किया गया था। हालांकि जैसवाल जैन और जायसवाल राजपूत अभी भी आरक्षण व्यवस्था के अंतर्गत सामान्य वर्ग (Unreserved Category) में रखा गया है। 


धर्म 

अधिकांश जायसवाल बनिया हिंदू धर्म का पालन करते हैं, कुछ जैसवाल जैन धर्म के हैं। 


जायसवाल बनिया का इतिहास

"जायसवाल" नाम भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के एक नगर आया है। जहां से इस लोगों की उत्पत्ति हुई थी। हालांकि जायसवाल कलवार समुदाय की उत्पत्ति ज्ञात नहीं है। लेकिन यह अनुमान लगाया जाता है कि इनके पूर्वज उत्तर प्रदेश के जैसे शहर से थे। और जिन्हें जायसवाल के नाम से जाना जाने लगा बता दें कि जैस/जायस भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के अमेठी जिले ( पूर्व में रायबरेली जिले में) स्थित एक नगर है। यह प्रसिद्ध कवि मलिक मोहम्मद जायसी की जन्मभूमि है। यार टीथ में इस समुदाय के लोग शराब बनाने की कला में उत्कृष्ट थे और इन्हें सोमवंशीय सहस्त्रजून क्षेत्रीय ( Somvanshiya Sahastrajuna Regional ) के रूप में वर्गीकृत किया गया था। क्योंकि शराब के कारोबार को कई हिंदुओं और मुसलमान द्वारा समाज जनक नहीं माना गया था। इसलिए जायसवाल कलवार राजनीति, व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा, वकालत, कृषि, प्रशासनिक सेवा सशस्त्र सेवा जैसे और वेबसाइट में सक्रिय हो गए। भारत में वर्ण व्यवस्था और जाति प्रथा आदिकाल से चलती आ रही है। प्रारंभ में समाज को कम के आधार पर चार वर्णों में विभाजित किया गया। बाद में वर्ण व्यवस्था कई जातियों और उपजातियां में टूट गई और समय के साथ इन में कई सूचना विभाजन होते चले गए। 


जातियों और समुदाय को इसी टूटती बिखरती श्रृंखला को परिणाम है कि वर्तमान में कलवार जाति जो कभी क्षेत्रीय हुआ करती थी। आज वैश्य है। कलवार वंश का इतिहास प्राचीन अत्यंत गौरवशाली और यश पूर्ण रहा है। वेदों में उल्लेख मिलता है कि कलवार वंश के उदर भारत के प्राचीन महा प्रतापी चंद्रवंशी क्षेत्रीय कुल में हुआ है। इसी चंद्र वंश में कृत्य वीर्य अर्जुन ( सहस्त्रबाहु अर्जुन ) हेहय वंश के प्रसिद्ध राजा हुए। कलवार वैश्य कृतिवीर्य है अर्जुन के ही संतान है। चंद्रवंश के कीर्ति और यश पूरे संसार में फैला हुआ था। काल प्रेरित होकर चंद्रवंशी आपस में लड़कर मिटाने लगे। भगवान परशुराम द्वारा भी इस क्षत्रिय वंश को नष्ट करने का प्रयास किया गया। इनमें से कुछ कुरुक्षेत्र में कल का ग्रास बन गए। इनमें से जो शेष बचे उनमें चंद्रवंश और हेहय कलवार वंश का नाम आगे चला रहा। कलवार उत्तम क्षेत्रीय थे। कालांतर में राजकुल में पले बढे कलवारों  के सामने जीवन निर्वाह की समस्या खड़ी हो गई। अंत में इन्हें क्षेत्रीय धर्म छोड़कर वैश्य धर्म अपनाना पड़ा। व्यवसाय में सम्मिलित होने के कारण यह वैश्य या बनिया कहलाने लगा। इनमें से अधिकांश शराब का व्यवसाय करने लगे। संस्कृत के प्रसिद्ध कोर्स ग्रंथ मेदनी कोर्स के अनुसार कलवार शब्द की उत्पत्ति "कल्यापाल" शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है- "मध्य बेचने वाला" कलवार शब्द


कल्यापाल का ही अपभनः है प्रसिद्ध हिंदी उपन्यासकार और साहित्यिक इतिहासकार हजारी प्रसाद द्विवेदी ने अपनी पुस्तक अशोक का फूल में उल्लेख किया है कि कलवार वैश्य हेहय क्षेत्रीय थे जो सेना के लिए कालेउ की व्यवस्था करते थे। 


इसीलिए तराजू पकड़ लिए और बनिया बन गए। क्षत्रियों के कलेवा में मादक द्रव्य भी होता है इसलिए वह मादक द्रव्यों का कारोबार करते हैं। 


जायसवाल बनिया के प्रसिद्ध व्यक्ति

जयसवाल समुदाय में कई प्रसिद्ध लोगों ने जन्म लिया है। जिन्होंने साहित्य, संगीत, राजनीति, शिक्षा, विज्ञान खेल और कला के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देकर अपने समाज और देश का नाम रोशन किया है। 



प्रमुख जायसवाल जैन

  • रविंद्र जैन: कवि और संगीत निर्देशक

  • अनंतराम जायसवाल (भारतीय राजनीतिज्ञ)

  • यशसवी जायसवाल (भारतीय क्रिकेटर)

  • जीसीआर जायसवाल (कुलपति, अवध विश्वविद्यालय )

  • केपी जायसवाल (इतिहासकार और वकील)[1]

  • नैना जायसवाल (टेबल टेनिस खिलाड़ी)

  • श्रीप्रकाश जायसवाल (भारतीय राजनीतिज्ञ)

  • रजनी राय ( पुडुचेरी के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर)

  • समिक्षा जायसवाल (भारतीय अभिनेत्री)

  • समीक्षा जायसवाल (टीवी अभिनेत्री)

  • अंकुश जायसवाल (क्रिकेटर)

  • अनुपमा जायसवाल ( उत्तर प्रदेश (यूपी) राजनीतिज्ञ)

  • दिलीप कुमार जायसवाल (भारतीय राजनीतिज्ञ)

  • जीसीआर जायसवाल (कुलपति, अवध विश्वविद्यालय )

  • गोरख प्रसाद जायसवाल (भारतीय राजनीतिज्ञ)

  • जवाहर लाल जायसवाल (भारतीय राजनीतिज्ञ)

  • केपी जायसवाल (इतिहासकार और वकील)

  • कामिनी जायसवाल (सुप्रीम कोर्ट वकील)

  • मदन प्रसाद जायसवाल (भारतीय राजनीतिज्ञ)

  • मनोज कुमार जायसवाल (भारतीय तंत्रिका वैज्ञानिक)

  • नवीन जायसवाल ( झारखंड राजनीतिज्ञ)

  • पंकज जायसवाल (क्रिकेटर)

  • प्रदीप जायसवाल ( महाराष्ट्र राजनीतिज्ञ)

  • प्रज्ञा जायसवाल (अभिनेत्री और मॉडल)

  • राधेश्याम जायसवाल (यूपी राजनीतिज्ञ)

  • राहुल जायसवाल (भारतीय फुटबॉलर)

  • राय बहादुर ठाकुर जायसवाल ( झारखंड)


FAQ 


Q. जयसवाल कितने प्रकार के होते हैं?

Ans. जैसवाल जाति के लोग दो प्रकार के होते हैं। जायसवाल जैन और जायसवाल ब्राह्मण। 


Q. जयसवाल कौन सी कैटेगरी में आते हैं?

Ans. जानकारी में पाया गया कि जयसवाल परिवार को पिछड़े वर्ग में शामिल है यह उत्तर प्रदेश जैसे ही लाखों में रहते हैं जैसवाल जैन और राजपूत जाति भारत के सकारात्मक भेदभाव प्रणाली में सामान्य श्रेणी के हैं। 


Q. जायसवाल का गोत्र क्या होता है?

Ans. जैसे सभी जाति के गोत्र होते हैं लेकिन जायसवाल का कोई गोत्र नहीं है जैसे भारद्वाज के लिए सभी गोत्र होते हैं इस तरह जायसवाल के भी सभी गोत्र हैं। 


Q. जयसवाल कौन सी कास्ट में आता है?

Ans. जैसवाल जाति हिंदू समुदाय में आता है या मुख्य रूप से भारत में उपयोग किया जाने वाले एक उपनाम है। 


निष्कर्ष

तो दोस्तों अब आपको समझ में आ गया होगा कि Jaiswal Caste Meaning In Hindi अगर अभी भी आपको कोई डाउट है या इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी सवाल है तो अपने कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं। तो आज के लिए इतना ही। मिलते हैं फिर नए आर्टिकल के साथ। 

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